Artificial Intelligence (AI) आज की तारीख में सर्वश्रेष्ठ टेक्नोलॉजी का जीता जागता प्रमाण हैं। आप कोई भी सेक्टर या इंडस्ट्री उठा कर देख लें, हर जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होना शुरू हो गया हैं। ChatGPT आप सब जानते ही होंगे। इस टूल ने एआई की दुनिया में एक नई क्रांति लेकर आया जिसकी वजह से कई सारे सेक्टर्स पर नौकरी का खतरा मंडरा रहा हैं।
फिर वो चाहे लिखना हो, वेब डेवलपमेंट AI वेबसाइट बिल्डर द्वारा या फिर डेटा एनालिटिक्स, हर जगह एआई का उपयोग होना शुरू हो गया हैं। लेकिन क्या यही एक मात्र प्रकार हैं एआई के ? जवाब हैं “जी नहीं”। इस ब्लॉग में समझेंगे ३ अलग प्रकार के एआई।
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AI क्या होता हैं?
जैसे कि शब्दों में लिखा गया कि आर्टिफिशियल (बनावटी) इंटेलिजेंस (बुद्धि) साइंस का एक नया इनोवेशन हैं जिससे मशीनों में इंटेलीजेंट बनने की क्षमता आ जाती हैं। इसमें विशेष रूप से इंटेलीजेंट कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने और इंजिनयरिंग साइंस का उपयोग कर के मशीन और इंसानों की इंटेलिजेंस पॉवर को मिलाने की कोशिश होती हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस का एक सब-डिवीजन है और इसकी जड़ें पूरी तरह से कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित हैं। AI का उद्देश्य ऐसे डिवाइसों का निर्माण करना है जो बुद्धिमानी से और स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें और ह्यूमन लेबर और मैनुअल काम को कम कर सकें।
यह मानव बुद्धि की नकल करने के लिए मशीन लर्निंग का उपयोग करता है। Siri, Alexa, Tesla Car और डिजिटल एप्लिकेशन जैसे Netflix और Amazon AI टेक्नोलॉजी के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, एप्लाइड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ-साथ रोबोटिक्स और ऑटोमेशन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा के साथ-साथ बैचलर्स की डिग्री और मास्टर डिग्री की पेशकश की जाती है जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर बनाने के लिए आगे बढ़ाया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत कैसे हुई?
चलिए इस इनोवेशन की इतिहास की बात करते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत होती हैं १९५० की दशक में जब कंप्यूटर भी उतना चर्चित नहीं था। लेकिन इसको १९७० में असल पहचान मिलती हैं जब जापान ने इसकी पहल की। १९८१ में फिफ्थ जनरेशन नाम की एक योजना शुरू की थी। इसमें सुपर कंप्यूटर के विकास के लिए १० वर्षीय प्रोग्राम की रुपरेखा दिखाई गई थी।
बाद में ब्रिटेन ने इसके लिए “एल्वी” नाम का प्रोजेक्ट बनाया। यूरोपीय संघ के देशों ने भी ‘एस्प्रिट’ नाम से एक कार्यक्रम की शुरुआत की थी। १९८३ में कुछ निजी संस्थाओं ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर लागू होने वाली डेवलपमेंट तकनीकों जैसे-Very Large Scale Integrated सर्किट का विकास करने के लिए एक संघ ‘माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी’की स्थापना की।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स कितने प्रकार के होते हैं?
AI विभिन्न प्रकार के होते हैं और यह रहें उनमे से कुछ ३ प्रमुख प्रकार यह रहें।
– नैरो एआई
नैरो एआई, जिसे आर्टिफिशियल नैरो इंटेलिजेंस (एएनआई) या कमजोर एआई के रूप में भी जाना जाता है, बहुत विशिष्ट कार्यों या आदेशों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किए गए एआई डिवाइस का मेंशन करता है। वे एक कॉग्निटिव कैपेबिलिटी में सेवा करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए बनाए गए हैं, और अपने डिजाइन से परे स्वतंत्र रूप से कौशल नहीं सीख सकते हैं।
आज इस्तेमाल की जाने वाली सभी AI प्रणालियाँ संकीर्ण AI की कैटेगरी में आती हैं। नैरो एआई अक्सर मशीन लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और न्यूरल नेटवर्क अल्गोरिथ्म्स जैसे कार्यों का उपयोग करता है। नैरो एआई के कुछ उदाहरणों में सेल्फ-ड्राइविंग कार और AI वर्चुअल असिस्टेंट शामिल हैं।

– आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (एजीआई)
आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस (एजीआई), जिसे जनरल एआई भी कहा जाता हैं। यह एक प्रकार का थ्योरेटिकल फॉर्म ऑफ़ एआई हैं जो इंसानो की तरह समझ और अलग अलग टास्क परफॉर्म कर सकता हैं।
एजीआई का मुख्य लक्ष्य ऐसी मशीनें बनाना है जो वर्सटाइल, मानव जैसी बुद्धिमत्ता रखने में सक्षम हों, जो रोज़मर्रा की ज़िंदगी में एडेपटेबल अस्सिस्टेंट के रूप में काम कर सकें। हालाँकि अभी भी काम चल रहा है, आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस का आधार सुपरकंप्यूटर, क्वांटम हार्डवेयर और ChatGPT जैसे जनरेटिव AI उत्पादों जैसी तकनीकों से बनाया जा सकता है।
– लिमिटेड मेमोरी AI
लिमिटेड मेमोरी AI पिछले डेटा को स्टोर कर के उस का उपयोग भविष्यवाणियां करने के लिए कर सकता है। इसका मतलब है कि यह सक्रिय रूप से अपना लिमिट, शॉर्ट टर्म ज्ञान आधार बनाता है और उस ज्ञान के आधार पर कार्य पूरा करता है। लिमिटेड मेमोरी AI का मूल डीप लर्निंग है, जो मानव मस्तिष्क में न्यूरॉन्स के कार्य की नकल करता है।
यह मशीन को अनुभवों से डेटा को अब्सॉर्ब करने और उनसे “सीखने” की परमिशन देता है, जिससे उसे समय के साथ अपने कार्यों की एक्यूरेसी में सुधार करने में मदद मिलती है। आज, लिमिटेड मेमोरी मॉडल अधिकतर AI ऍप्लिकेशन्स का रिप्रेजेंट करता है। इसे छोटे पैमाने के ऍप्लिकेशन, जैसे चैटबॉट, से लेकर सेल्फ-ड्राइविंग कारों और अन्य डेवलपमेंट उपयोग मामलों तक, परिदृश्यों की एक विस्तृत सीरीज़ में लागू किया जा सकता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के फायदे
आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के फायदे आपको इन सभी जगह मिल सकते हैं।
– ऑटोमेशन
९० की दशक की शुरुआत होते ही कंपनियों ने ऑटोमेशन लाना शुरू कर दिया था। इस वजह से जो कागज़ी कार्रवाई जिसमे अधिक समय लगता था वो सिर्फ कुछ मिनटों में हो जाता हैं महज़ ऑटोमेशन के ज़रिये। क्यूंकि यहाँ आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस का उपयोग होता हैं इसलिए मशीनों का ज़्यादा उपयोग होता हैं और इंसानों का कम। सॉफ्टवेयर रोबोट्स इसका अच्छा सबुत हैं जो प्रोडक्टिविटी के साथ कार्यक्षमता भी बढ़ा देता।
– अच्छी कस्टमर सर्विस
हर प्रोडक्ट या किसी सेवा को खरीदने के बाद उसमे कुछ न कुछ दिक्कत तो आती ही हैं। पहले इन दिक्कतों को सॉल्व करने में काफी ज़्यादा समय लगता था लेकिन अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स के ज़रिये ये कस्टमर सर्विस देना काफी आसान हैं।
ऐसे कई तरीके हैं जिनसे AI ने हाल के दिनों में ग्राहक सेवा में सुधार किया है, खासकर स्मार्ट चैट बॉट की शुरुआत के साथ। ये प्रतिक्रियाशील (नियमित बॉट की तरह) के बजाय सक्रिय हैं, और उपयोगकर्ता के इनपुट लेने और एल्गोरिदम के बिना अधिक इंसानों के हस्तक्षेप के समाधान खोजने में सक्षम हैं। और जबकि अधिक विशिष्ट मामलों के लिए अभी भी एजेंट से जुड़ने की आवश्यकता है, संवर्धित बातचीत में सुधार का मतलब है कि यह केवल समय की बात है जब चैट बॉट ग्राहकों के प्रश्नों को एन्ड-टू-एन्ड तक सहजता से संभाल सकेंगे।

– फ़ास्ट डेटा एनालिसिस
डेटा एनालिसिस करना एक जटिल कार्य हैं और इसमें कई रणनिति बनानी पड़ती हैं। जैसे की डिजिटल युग में डेटा की मात्रा बढ़ती जा रही हैं उसकी हेरफेर या अदला बदली होने का डर हमेशा बना रहता हैं। और इतने मिलियंस या बिलियंस डेटा को मैनेज और एनालाइज करने में समय भी बहुत लगता हैं। इसलिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स की मदद से हिस्ट्रिकल डेटा का इस्तमाल कर के आगे का प्रोसेस शुरू करता हैं।
उदाहरण के लिए: यकीनन सबसे प्रतिष्ठित डेटा एनालिटिक्स टूल, Google Analytics एक शक्तिशाली AI का उपयोग करता है जो नियमित रूप से आपके डेटा को स्कैन करके आउटलेयर ढूंढता है, जो आपके व्यवसाय को प्रभावित करने वाले बड़े बदलावों का प्रतिनिधित्व करते हैं, निर्णय लेने में सुधार के लिए इन अंतर्दृष्टि को सरल तरीके से वितरित करते हैं।
– इंसानी गलती कम करना
इंसानों से अक्सर गलतिया हो जाती हैं जिस वजह से कंपनी को ख़ासा नुक्सान झेलना पड़ता हैं। ऐतिहासिक तौर पर कई सारे साइबर हमलों का शिकार इंसानी गलतियों की वजह से होना पड़ा। हवाई जहाज़ दुर्घटनाग्रस्त हुए। डेटा की हानि हुई। यहाँ तक कि “अचूक” टाइटैनिक का डूबना भी हुआ।
इसलिए AI का उपयोग ऑटोमेशन, फोरकास्ट और बहुत कुछ के रूप में एक व्यवहार्य समाधान के रूप में किया गया है। उदाहरण के लिए, वियतनाम में सनटोरी पेप्सिको को हर बार प्रोडक्ट में देरी और महंगी रुकावटों का सामना करना पड़ा, जब उनके गुणवत्ता आश्वासन एजेंट खराब प्रिंटिंग या इसी तरह की समस्याओं के कारण समाप्ति तिथि कोड लेबल को स्कैन करने में विफल रहे। इसका समाधान करने के लिए, कंपनी ने “मशीन विज़न” नामक कैमरों को शामिल करते हुए एक AI समाधान पेश किया, जो लेबल को पढ़ सकता था और तुरंत निर्धारित कर सकता था कि कोड वैध था या नहीं। यदि कोई लेबल डैमेज था, तो एक इजेक्टर प्रोडक्शन लाइन को रोके बिना इसे हटा देगा, जिससे पूरी प्रक्रिया सुव्यवस्थित और सुचारू रहेगी।
नैरो AI से लेकर आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस और लिमिटेड मेमोरी AI की दूरदर्शी कल्पना तक, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की दुनिया लगातार विकसित हो रही है। हमने देखा कि कैसे आज का संकीर्ण AI हमारे रोजमर्रा के जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है, जो हमारे स्मार्टफोन से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक हर जगह मौजूद है। ये AI प्रणालियाँ विशिष्ट कार्यों को कुशलता से करती हैं, जिससे हमारा जीवन आसान और अधिक कुशल बनता है। दूसरी ओर, सामान्य AI का विचार, जो मानव-स्तर की बुद्धिमत्ता के बराबर होगा, अभी भी वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के लिए एक रोमांचक चुनौती बना हुआ है, जबकि सुपर AI की परिकल्पना मानव बुद्धि से कहीं अधिक होगी।
AI का विकास केवल तकनीकी प्रगति का मामला नहीं है, बल्कि यह हमारी दुनिया को देखने, समझने और उसके साथ बातचीत करने के तरीके को भी बदल रहा है। जैसे-जैसे हम इस यात्रा पर आगे बढ़ते हैं, AI के इन प्रकारों को समझना महत्वपूर्ण है ताकि हम इसके वर्तमान ऍप्लिकेशन्स की सराहना कर सकें और इसके भविष्य के प्रभावों के लिए तैयार रह सकें। AI सिर्फ एक उपकरण नहीं है; यह एक ऐसी शक्ति है जो हमारे भविष्य को आकार देने की क्षमता रखती है, और यह देखना रोमांचक होगा कि यह हमें कहाँ ले जाती है।