वेब होस्टिंग सेवाओं के कई प्रकार होते हैं। यह वेब होस्टिंग प्रकार उपयोगकर्ताओं के अनुसार कन्फिगर किये जाते हैं। क्लाउड होस्टिंग और शेयर्ड होस्टिंग ये आम होस्टिंग के विकल्प हैं जो कई व्यवसाय इस्तमाल में लेते हैं। यदि बात की जाये व्यक्तिगत तौर पर तो दोनों की अपनी अहमियत हैं। लेकिन जरूरत के हिसाब से कौनसा सबसे बेहतर हैं यह हम इस ब्लॉग में चर्चा करेंगे। यह ब्लॉग खासतौर पर शेयर्ड होस्टिंग बनाम क्लाउड होस्टिंग के बीच के महत्वपूर्ण अंतर और फायदे-नुकसान पर केंद्रित है।
क्लाउड होस्टिंग में, वेबसाइट के डेटा को कई सर्वरों पर वितरित किया जाता है, जिससे उच्च स्केलेबिलिटी, रिलायबिलिटी और प्रदर्शन मिलता है। यह उन व्यवसायों के लिए उपयुक्त है जिनकी वेबसाइटें बढ़ती ट्रैफिक और डेटा स्टोरेज की आवश्यकता होती है। इसके विपरीत, शेयर्ड होस्टिंग में एक ही सर्वर पर कई वेबसाइटें होस्ट की जाती हैं, जिससे लागत कम हो जाती है लेकिन सीमित रिसोर्स और प्रदर्शन का जोखिम भी होता है।
दूसरी ओर, शेयर्ड होस्टिंग छोटे व्यवसायों और व्यक्तिगत ब्लॉग के लिए एक अच्छा विकल्प है जहाँ ट्रैफिक कम होती है और लागत कम करना जरूरी होता है। इस ब्लॉग में, हम इन दोनों होस्टिंग विकल्पों के लाभ और हानियों का विस्तृत अध्ययन करेंगे ताकि आप अपनी वेबसाइट के लिए सही चयन कर सकें।
विषयसूची
शेयर्ड होस्टिंग क्या हैं?
शेयर्ड होस्टिंग का मतलब है कि कई वेबसाइट्स एक ही सर्वर शेयर्ड करती हैं, जो सस्ती वेब होस्टिंग का एक शानदार तरीका है। प्रत्येक ग्राहक के पास आमतौर पर उनके चुने हुए होस्टिंग प्लान्स के आधार पर एक निर्धारित सीमा होती है कि वह कितने सर्वर संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं। यह होस्टिंग विकल्प शुरुआती वेबसाइट होस्टिंग की जरूरतों को पूरा करने के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय है।
यह विकल्प निश्चित रूप से सबसे अधिक बजट-अनुकूल है, जो इसे व्यक्तियों या छोटे व्यवसायों के लिए बिल्कुल सही बनाता है। हालाँकि, यह ध्यान देने योग्य है कि यह सामर्थ्य कुछ सीमाओं के साथ आती है, जिनके बारे में हम बाद में जानेंगे। शेयर्ड होस्टिंग प्लान्स में, चूंकि कई होस्टिंग प्रदाता समान स्थान और स्टोरेज की पेशकश करते हैं, इसलिए ऐसी कंपनी चुनना महत्वपूर्ण है जिस पर आप अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वास्तव में भरोसा कर सकें।
शेयर्ड होस्टिंग कैसे काम करता हैं ?
शेयर्ड होस्टिंग में एक ही सर्वर पर होस्ट की जाने वाली कई वेबसाइटें शामिल होती हैं। ये वेबसाइटें मेमोरी, बैंडविड्थ, डेटाबेस और ईमेल खातों सहित संसाधन शेयर करती हैं। सर्वर शेयर करना परेशानी भरा लग सकता है, लेकिन जब तक कोई भी साइट ज्यादा मात्रा में संसाधनों का उपयोग नहीं करती, तब तक यह आमतौर पर सुचारू रूप से कार्य करता है। समस्याओं से बचने के लिए, शेयर्ड होस्टिंग कंपनियाँ आमतौर पर डिस्क स्थान और बैंडविड्थ पर सीमाएँ निर्धारित करती हैं। वे मैलवेयर से बचाव के लिए सुरक्षा उपाय भी बढ़ाते हैं। बजट होस्टिंग विकल्प की तलाश कर रहे शुरुआती उपयोगकर्ताओं के लिए यह एक बेहतरीन समाधान है।
बिना साझा किए डेडिकेटेड सर्वर अन्य होस्टिंग प्रदाताओं से उपलब्ध हैं, लेकिन वे अधिक महंगे होते हैं। वह रूट एक्सेस जैसी अतिरिक्त क्षमताएं प्रदान करते हैं, जो एक नई वेबसाइट के लिए आवश्यक नहीं हो सकती हैं।
शेयर्ड होस्टिंग के फायदे

– किफायती दाम
शेयर्ड होस्टिंग के बदौलत उपयोगकर्ताओं को सर्वर संसाधनों को दुसरो के साथ शेयर करने की अनुमति देती हैं और अन्य होस्टिंग सेवाओं की तुलना में लागत में काफी कटौती करती है। यह उन उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त हैं जो छोटे व्यवसाय कम लागत में वेब होस्टिंग सेवाओं का लाभ उठाना चाहते हैं। शेयर्ड होस्टिंग की कीमत और प्लान्स भारत में विभिन्न जरूरतों और बजट के हिसाब से उपलब्ध हैं, जिससे हर व्यवसाय अपनी सुविधानुसार विकल्प चुन सकता है।
– छोटे प्रोजेक्ट्स के लिए अनुकूल
शेयर्ड होस्टिंग सॉल्यूशंस विशेष तौर पर छोटे प्रोजेक्ट्स जो नौसिखिये या बिगिनर्स इस्तमाल में लेते हैं। इसमें आप पोर्टफोलियो या छोटे व्यवसाय के वेबसाइटों को शामिल कर सकते हैं। इन सभी प्रकार के वेबसाइटों में अक्सर ज्यादा संसाधन की आवयश्कता नहीं होती हैं। जिस वजह से यह वेब होस्टिंग प्रकार बिगिनर्स के लिए अच्छा विकल्प उभर के आता हैं।
– बिगिनर फ्रेंडली
वेबसाइट होस्ट करने से ज्यादा मुश्किल होता हैं उसको मैनेज करने। इसलिए शेयर्ड होस्टिंग प्लान्स अक्सर वेब होस्टिंग प्रदाताओं जैसे कि माइल्सवेब मैनेज करते हैं। इसमें इंस्टॉलेशन से लेकर अकाउंट सेटअप तक की प्रक्रिया शामिल हैं। इस वजह से बिगिनर्स बिना किसी तकनिकी समस्या से होस्टिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
क्लाउड होस्टिंग क्या हैं ?
क्लाउड होस्टिंग एक प्रकार का वेब होस्टिंग सेवा हैं जिसमे अधिक कम्प्यूटिंग और स्टोरेज संसाधनों की जरूरत होती हैं। इसमें अगर आपकी वेबसाइट एक सर्वर पर नहीं बल्कि कई सर्वर के नेटवर्क अपर होस्ट होती हैं। क्लाउड होस्टिंग में ज्यादा स्टोरेज और अधिक संसाधन मिलते हैं जिससे ज्यादा से ज्यादा वेबसाइट्स की होस्टिंग आसान हो जाती हैं। क्लाउड होस्टिंग सर्वर की परफॉर्मेंस और विश्वसनीयता को बेहतर बनाने के लिए जाना जाता है।
क्लाउड होस्टिंग प्रदाता सेटअप, इंफ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षा और सर्वर की रखरखाव की जिम्मेदारी लेते हैं। यदि आप माइल्सवेब से अपना क्लाउड होस्टिंग प्लान चुनते हैं तो आपको फ्री डोमेन भी मिलता हैं। क्लाउड होस्टिंग मॉडल डेडिकेटेड सर्वर मॉडल का एक कम लागत वाला विकल्प है जिसके लिए कंपनियों को अपने स्वयं के डेटा केंद्र बनाने और मैनेज करने की आवश्यकता होती है। पारंपरिक मॉडल में, सर्वर और स्टोरेज, डेडिकेटेड हार्डवेयर और वर्चुअल संसाधनों के साथ, परिसर में रहते हैं और संगठनों के लिए महंगी पूंजी और परिचालन व्यय हो सकते हैं।
क्लाउड होस्टिंग कैसे काम करता हैं?
क्लाउड होस्टिंग एक ऐसा तकनीक है जहाँ डेटा और ऍप्लिकेशन्स को इंटरनेट पर स्थित सर्वरों पर संग्रहीत और प्रबंधित किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को इन्हें किसी भी जगह से एक्सेस करने की सुविधा मिलती है। इस प्रकार के होस्टिंग में, डेटा केंद्रों में स्थित कई सर्वरों का उपयोग किया जाता है जो उच्च सुरक्षा, स्केलेबिलिटी, और उपलब्धता प्रदान करते हैं। उपयोगकर्ताओं को अपने डेटा और ऍप्लिकेशन्स को इन सर्वरों पर अपलोड करना होता है, और फिर वह इंटरनेट के माध्यम से इन्हें एक्सेस कर सकते हैं। क्लाउड होस्टिंग सॉल्यूशन यह प्रक्रिया उन्हें अपने स्थानीय कंप्यूटरों या सर्वरों पर डेटा संग्रहीत करने की ज़रूरत से मुक्त करती है, जिससे मैनेजमेंट और रखरखाव की ज़िम्मेदारी कम हो जाती है।
क्लाउड होस्टिंग का एक महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह उपयोगकर्ताओं को स्केलेबिलिटी प्रदान करता है। यदि एक वेबसाइट या अनुप्रयोग की माँग बढ़ जाती है, तो क्लाउड होस्टिंग प्रदाता आसानी से अधिक रिसोर्सेस जैसे प्रोसेसिंग पावर और स्टोरेज जोड़ सकते हैं ताकि प्रदर्शन बनाए रखा जा सके। क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर उपयोगकर्ताओं को डेटा की सुरक्षा और उपलब्धता की चिंता से छुटकारा मिलता है, क्योंकि ये ज़िम्मेदारियाँ क्लाउड होस्टिंग प्रदाता द्वारा प्रबंधित की जाती हैं।
क्लाउड होस्टिंग का उपयोग व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं से लेकर बड़े उद्यमों तक किया जा सकता है। यह वेबसाइटों, ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म, और अन्य ऑनलाइन सेवाओं के लिए एक व्यापक समाधान प्रदान करता है। इसके अलावा, क्लाउड होस्टिंग के माध्यम से उपयोगकर्ता अपने डेटा और ऍप्लिकेशन्स तक किसी भी जगह से, किसी भी डिवाइस से पहुँच सकते हैं, जिससे काम की फ्लेक्सिबिलिटी और कुशलता बढ़ती है। यह सुविधा क्लाउड सर्वर टेक्नोलॉजी की बदौलत संभव हो पाती है, जो डेटा को रियल-टाइम में प्रोसेस और एक्सेस करने में सक्षम बनाती है।
क्लाउड होस्टिंग के फायदे

– डिसास्टर रिकवरी
क्लाउड होस्टिंग सेवा का उपयोग करने वाली कंपनियों को अधिक अवेलेबिलिटी और डिसास्टर रिकवरी जैसे डेटा सुरक्षा लाभ मिलते हैं। क्लाउड डेटा बैकअप समाधान के चलते व्यवसाय अपने महत्वपूर्ण डेटा को किसी भी आपदा की स्थिति में जल्दी से रिकवर कर सकते हैं। हमारी कुछ प्लान्स में तो एडवांस्ड डिडौस (DDoS) प्रोटेक्शन उपलब्ध कराते हैं अपने क्लाइंट्स के लिए।
– अधिक फ्लेक्सिबिलिटी
क्लाउड होस्टिंग सेवाओं का उपयोग करने का एक मुख्य लाभ ऍप्लिकेशन, वेबसाइट और अन्य सेवाओं के डेवलपमेंट में फ्लेक्सिबिलिटी और अधिक सकेलिबिलिटी है। चूँकि उपयोगकर्ता आवश्यकतानुसार स्केल कर सकते हैं, उनसे केवल उनके द्वारा उपयोग की जाने वाली सेवाओं के लिए शुल्क लिया जाता है और किसी भी अप्रयुक्त क्षमता के लिए भुगतान नहीं किया जाता है। यह भुगतान प्रकार क्लाउड होस्टिंग को स्टोरेज का अपेक्षाकृत सस्ता तरीका बनाती है। क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज व्यवसायों को अनुकूलन और स्केलेबल समाधान प्रदान करती हैं, जिससे आईटी संसाधनों का बेहतर प्रबंधन संभव होता है।
– अधिक गति
क्लाउड होस्टिंग अपने ज्यादा गति और अपटाइम के लिए जाना जाता हैं। या इसलिए मुमकिन हैं क्यूंकि कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (सीडीएन) के साथ आते हैं जो आपकी वेबसाइट को ४०% तक तेज़ करने में सक्षम हैं। मूल सर्वर डाउन होने पर भी उपयोगकर्ता आपकी साइट की सामग्री को निकटतम सीडीएन सर्वर से पुनः प्राप्त कर सकते हैं। हाई स्पीड क्लाउड होस्टिंग उन वेबसाइटों के लिए आदर्श है जिन्हें लो-लेटेंसी और तेज़ परफॉर्मेंस की आवश्यकता होती है।
निष्कर्ष: क्लाउड होस्टिंग और शेयर होस्टिंग कौन सा बेहतर है
क्लाउड होस्टिंग Vs शेयर्ड होस्टिंग को लेकर अक्सर यूज़र्स के मन में सवाल रहते हैं कि कौन-सी सेवा उनकी जरूरतों के अनुसार बेहतर साबित होगी। क्लाउड होस्टिंग और शेयर्ड होस्टिंग के अपने फायदे और विशेषताएं हैं। एक तरफ शेयर्ड होस्टिंग बिगिनर्स के लिए उपयोगी साबित होता हैं , तो क्लाउड होस्टिंग ज्यादातर व्यवसायिक जरूरतों को पूरा करता हैं। शेयर्ड होस्टिंग में संसाधन साझा होने की वजह से वह अधिक सुरक्षित विकल्प नहीं साबित हो सकता, लेकिन उसकी लागत भी कम हैं। दूसरी तरफ बिगिनर्स के लिए क्लाउड होस्टिंग एक महंगा विकल्प उभर के आता हैं। इसमें आपको अधिक संसाधन तो मिलता हैं लेकिन जिनके पास ज्यादा से ज्यादा डेटाबेस मौजूद हैं उनके लिए यह उपयोगी हैं।
माइल्सवेब एक भरोसेमंद वेब होस्टिंग प्रदाता हैं जिसमे किफायती दरों में शेयर्ड होस्टिंग और क्लाउड होस्टिंग सेवाएं मिलती हैं। हमारे प्लान्स में तमाम फीचर्स जैसे कि फ्री ट्रायल, मनी बैक गारंटी, और कई सुविधाएं मुहैया कराते हैं। साथ ही हमारे सभी प्लान्स के साथ २४x७ ग्राहक सहायता और ग्लोबल डेटा सेंटर्स देते हैं जिस वजह से आपकी वेबसाइट को ९९.९% अपटाइम मिलता हैं। तो आप देरी बिलकुल भी ना करें और आज ही हमारे प्लान्स के साथ साइन अप करें।
FAQs
क्लाउड होस्टिंग और शेयर होस्टिंग में कौन सा अधिक तेज़ है?
क्लाउड होस्टिंग आमतौर पर शेयर होस्टिंग की तुलना में अधिक तेज़ होती है। इसका कारण यह है कि क्लाउड होस्टिंग में संसाधन कई सर्वरों में वितरित किए जाते हैं, जिससे लोड बैलेंसिंग और उच्च प्रदर्शन सुनिश्चित होता है। वहीं, शेयर होस्टिंग में एक ही सर्वर पर कई वेबसाइटें होस्ट होती हैं, जिससे अधिक ट्रैफ़िक या संसाधनों की मांग होने पर गति प्रभावित हो सकती है। इसलिए, बेहतर स्पीड और प्रदर्शन के लिए क्लाउड होस्टिंग को प्राथमिकता दी जाती है।
बड़ी वेबसाइटों या ई-कॉमर्स साइटों के लिए कौन सा बेहतर है?
बड़ी वेबसाइटों और ई-कॉमर्स साइटों के लिए क्लाउड होस्टिंग बेहतर विकल्प है। यह स्केलेबल और लचीला समाधान प्रदान करती है, जिससे वेबसाइट की ट्रैफिक आवश्यकताओं के अनुसार संसाधनों को बढ़ाया या घटाया जा सकता है। क्लाउड होस्टिंग उच्च अपटाइम और विश्वसनीयता सुनिश्चित करती है, जो ई-कॉमर्स साइटों के लिए महत्वपूर्ण है। दूसरी ओर, शेयर होस्टिंग छोटे व्यवसायों और व्यक्तिगत ब्लॉग्स के लिए उपयुक्त है, जहां ट्रैफिक कम होता है।
क्लाउड होस्टिंग और शेयर होस्टिंग में से किसकी आवश्यकता अधिक तकनीकी ज्ञान होती है?
क्लाउड होस्टिंग की सेटअप और प्रबंधन के लिए अधिक तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह एडवांस्ड फीचर्स और कस्टमाइजेशन विकल्प प्रदान करती है। इसमें सर्वर प्रबंधन, स्केलिंग और सिक्योरिटी सेटअप के लिए कुछ हद तक तकनीकी समझ जरूरी होती है। इसके विपरीत, शेयर होस्टिंग को उपयोगकर्ता के लिए सरल बनाया गया है और यह प्रबंधित सेवाओं के साथ आती है, जिससे गैर-तकनीकी उपयोगकर्ता भी इसे आसानी से संभाल सकते हैं।
अपनी वेबसाइट के लिए कौन सा होस्टिंग विकल्प चुनें?
वेबसाइट के लिए होस्टिंग विकल्प चुनते समय आपकी आवश्यकताओं और बजट को ध्यान में रखना जरूरी है। यदि आपकी वेबसाइट छोटी या मध्यम स्तर की है और कम ट्रैफिक संभालती है, तो शेयर होस्टिंग किफायती और सरल विकल्प है। वहीं, यदि आपकी वेबसाइट बड़ी है या ई-कॉमर्स साइट है, जहां ट्रैफिक अधिक है और स्केलेबिलिटी की आवश्यकता है, तो क्लाउड होस्टिंग अधिक उपयुक्त है। तकनीकी ज्ञान और बजट के आधार पर, आप अपने व्यवसाय के लिए सही विकल्प चुन सकते हैं।