आपने ईमेल तो रोज़ाना लिखते ही होंगे! और इसमें आप सबसे महत्वपूर्ण बात यह ध्यान में रखते हैं कि जिसको ईमेल भेज रहे हैं उसका ईमेल एड्रेस सही हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा हैं कि ईमेल को वेरीफाई कैसे करते हैं ? ईमेल वेरिफिकेशन एक काफी ज़्यादा महत्वपूर्ण चीज़ हैं ईमेल मार्केटिंग के नज़रिये से। आपने भले ही काफी ज़्यादा मात्रा में लिड्स इखट्ठा कर लिए होंगे लेकिन, उनकी वेरिफिकेशन भी उतना ही ज़रूरी हैं। इस ब्लॉग में हम पढ़ेंगे ईमेल वेरिफिकेशन क्या होता हैं और यह कैसे किया जाता हैं।
विषयसूची
ईमेल वेरिफिकेशन होता क्या हैं ?
ईमेल वेरिफिकेशन एक ज़रिया हैं आपको यह पता लगाने का कि ईमेल एक्टिव/वैलिड हैं या नहीं। एक वैलिड ईमेल आईडी से मैसेज से आप कई लोगो को एक साथ ईमेल भेज सकते हैं। इस प्रक्रिया को तेज़ करने का सबसे बेहरीन तरीका हैं ईमेल को ऑटोमेटेड टूल के ज़रिये वेरीफाई करना।
ईमेल को वेरीफाई कैसे करें? सभी आसान तरीके
१. किसी भी ऑटोमेशन टूल्स का इस्तमाल करना
सबसे आसान और बेहतरीन तरीका कोई भी ईमेल को वेरीफाई करने का होता हैं ऑटोमेटेड टूल्स का प्रयोग करना। यह टूल्स कुछ स्पेशल सॉफ्टवेयर होते हैं जिसमे आधुनिक फिलटर और ऑथेंटिकेशन फीचर्स मौजूद हैं। टूल्स का सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि आपको एक साथ काफी सारे इमेल्स को फिलटर या फिर वैलिडिटी चेक करने में आसानी होगा।
२. टेस्ट मेल भेजना सीखे
यह एक अच्छा और बेहतरीन तरीका हैं आपके ईमेल को यह पता करना कि जो ईमेल को आप मैसेज भेज रहे हैं वो सही है या फिर नहीं। अगर आप किसी फेक या फिर इनवैलिड ईमेल एड्रेस तो वो बाउंस बैक करेगा या फिर एरर दिखायेगा।
३. Google में एड्रेस सर्च करना
यह एक ऐसा ईमेल एड्रेस मेथड हैं कि किसी भी इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर आपका ईमेल सही हैं या फिर नहीं। आज की इस डिजिटल युग में कई सारे फेक ईमेल एड्रेस भी मौजूद हैं जो स्पैम होते हैं और इससे आपकी ब्रांड रेप्युटेशन भी खराब होती हैं। इस मेथड का प्रयोग आप कुछ ही इमेल्स को चेक करने के लिए कर सकते हैं।
४. सर्वर पर पिंग करना
आप PuTTY या Telnet जैसे टूल की मदद से मेल सर्वर को पिंग करके पूछ सकते हैं कि आपका ईमेल पता मान्य है या नहीं। लेकिन सावधान रहें, हालाँकि ईमेल सत्यापन का यह तरीका काफ़ी सटीक है, यह आपके इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बोझिल और जोखिम भरा है। कुछ मेल सर्वर बार-बार ईमेल सत्यापन के प्रयासों को स्पैम मानते हैं और संभावित रूप से आपके आईपी को ब्लॉक कर सकते हैं।
क्यों ईमेल वेरिफिकेशन स्किप नहीं करना चाहिए
१. हार्ड बाउंस रोकना
हार्ड बाउंस एक प्रकार का ईमेल होता हैं जो एरर वाला मैसेज आपके ईमेल पर दर्शाता हैं। इसमें एरर यह होता हैं कि जिसे आपने ईमेल किया हैं वो अमान्य हैं। और अगर यह बाउंस रेट अधिक मात्रा में हो तो समझ जाइये यह स्पैम हैं। इससे आपका भी अकाउंट ब्लॉक या ससपेंड हो सकता हैं। साथ ही आईपी ब्लैकलिस्टिंग का भी खतरा बढ़ जाता हैं।
हर साल, २२.५% ईमेल पते अमान्य हो जाते हैं। ज़्यादातर ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग कंपनी बदल लेते हैं और आपकी सूची में मौजूद उनके कॉर्पोरेट ईमेल पते निष्क्रिय हो जाते हैं।
ईमेल बाउंस दर के लिए स्वीकार्य मानदंड २% है। इसका मतलब है कि अगर आप नियमित रूप से ईमेल सूचियों का वेरिफिकेशन नहीं करते हैं, तो एक साल में आपकी बाउंस दर स्वीकार्य सीमा से दस गुना ज़्यादा हो जाएगी। इससे आपके प्रेषक की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुँच सकता है।
२. ईमेल डिलिवराबिलिटी में सुधार
अगर आपको यह पता लग जाए कि ईमेल जिसे भेजना हैं वह वैलिड हैं या नहीं, तो काफी ज़्यादा मुसीबतें हल हो जाती हैं। अगर फिलटर फीचर का इस्तमाल कर के आप इनवैलिड ईमेल का पता लगा सकते हैं तो बाकी लोगो को ईमेल भेजना काफी ज़्यादा आसान हो जाता हैं।
३. हाई सेंडर रेप्युटेशन
आपकी सेंडर रेप्युटेशन कई चीज़ों पर निर्भर करती है। हम बाउंस दर और ईमेल डिलीवरी क्षमता का ज़िक्र पहले ही कर चुके हैं, लेकिन स्पैम रिपोर्ट दर और आपके प्रेषक की आदतें भी मायने रखती हैं (नए ईमेल खातों को अपडेट करना कभी न भूलें!)। अपनी मार्केटिंग में ईमेल सत्यापन सेवाओं का लगातार इस्तेमाल करने से आपको एक उच्च प्रेषक प्रतिष्ठा बनाए रखने और ब्लैकलिस्ट से बचने में मदद मिलेगी।
ईमेल वेरिफिकेशन एक ज़रूरी प्रक्रिया है जो सुनिश्चित करती है कि आपका संदेश सही व्यक्ति तक पहुँचे और आपकी ईमेल मार्केटिंग कैंपेन प्रभावी साबित हो। इसके ज़रिए आप नकली, निष्क्रिय या गलत ईमेल एड्रेस को हटा सकते हैं, जिससे बाउंस रेट कम होता है और आपका सेंडर रेप्युटेशन मज़बूत बनता है। यह आपके संदेशों को वास्तविक उपयोगकर्ताओं तक पहुँचाकर ग्राहक जुड़ाव भी बढ़ाता है।
आज के डिजिटल समय में, जहाँ भरोसा और विश्वसनीयता बहुत मायने रखते हैं, ईमेल वेरिफिकेशन अब विकल्प नहीं बल्कि आवश्यकता है। चाहे आप बिज़नेस के लिए ईमेल कैंपेन चला रहे हों या व्यक्तिगत रूप से सुरक्षित अकाउंट बना रहे हों, यह प्रक्रिया आपको स्पैम, फ्रॉड और गलत संचार से बचाती है। अंततः यह आपकी ईमेल लिस्ट को साफ-सुथरा बनाए रखने, ऑडियंस के साथ मजबूत रिश्ते बनाने और ईमेल रणनीति का असर बढ़ाने में मदद करती है।
FAQs
१. ईमेल वेरिफिकेशन कोड नहीं मिल रहा है तो क्या करें?
पहले स्पैम या जंक फ़ोल्डर की जाँच करें, और यदि फिर भी कोड न मिले तो ‘Resend code’ विकल्प पर क्लिक करें।
२. OTP से ईमेल कैसे सत्यापित होता है?
जब आप अपना ईमेल सत्यापित करने का अनुरोध करते हैं, तो एक अद्वितीय और अस्थाई OTP कोड आपके ईमेल पर भेजा जाता है, जिसे आपको सत्यापन के लिए दर्ज करना होता है।
३. क्या बिना मोबाइल नंबर के ईमेल वेरिफिकेशन किया जा सकता है?
हाँ, कई सेवाओं में आप बिना मोबाइल नंबर के केवल ईमेल के माध्यम से वेरिफिकेशन कर सकते हैं, खासकर जब आपको पासवर्ड रीसेट करना हो।
४. ईमेल वेरिफिकेशन न करने पर क्या हो सकता है?
यदि आप ईमेल वेरिफिकेशन नहीं करते हैं, तो आप कुछ सेवाओं का उपयोग नहीं कर पाएंगे, और आपकी सुरक्षा के लिए कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ आपको नहीं मिल पाएंगी।